350 mL blood is taken during donation. According to this, cholesterol also comes out.
The growing lifestyle has become a common problem due to the changing lifestyle and food habits. In winter, the chances of heart attack increase due to increased cholesterol. According to blood transmission experts, if the blood donation continues, accumulation of the cholesterol level will decrease. The risk of heart attack will be work, because at the time of donation, the amount of blood comes out. In the same ratio, the cholesterol also comes out.बदलती लाइफस्टाइल और खान पान की वजह से कलेस्टरल बढ़ना सामान्य परेशानी बन चुकी है। सर्दी मे कलेस्टरल बढ़ने से हार्ट अटैक आने के चांस बढ़ जाते हैं। ब्लड ट्रैन्स्फ्यूशन एक्स्पर्ट्स के मुताबिक, अगर ब्लड डोनेशन निमयित करते रहेंगे तो कलेस्टरल का लेवल घटेगा। हार्ट अटैक की रिस्क काम होगी, क्योंकि डोनेशन के समय जितनी मात्र मे ब्लड निकलता है। इसी अनुपात मे कलेस्टरल भी निकलता है।
This is the reason, heart attack and stroke are less in people who do regular donation. Blood circulation occurs in the body under the clouge system. Based on this system, the more the blood comes out, the more the cholesterol will come out. Bone marrow will be active due to blood donation. With the formation of new cells and blood, the revival system of the body will be improved.
यही वजह है, रेगुलर डोनेशन करने वाले लोगों मे हार्ट अटैक और स्ट्रोक काम आता है। शरीर मे क्लौज सिस्टम के तहत ब्लड सर्कुलेसन होता है। इस सिस्टम के आधार पर जितनी मात्र मे ब्लड निकलेंगे उतना ही कलेस्टरल बाहर निकलेगा। ब्लड डोनेशन से बोने मैरो ऐक्टिव रहेगी। नए सेल्स और ब्लड बनने से शरीर का रीवाइवल सिस्टम बेहतर बनेगा।
The improvement in circulation will keep you healthy. It is harmful to have a large amount of iron deposits in the body. This affects the bone marrow system. Blood cells are not formed. It is harmful to have new blood cells and non-availability of blood cells. Therefore, to prevent cholesterol, heart attack and keep bone marrow active, do blood donation once a year. (Can also be done once in 3 months.)
सर्कुलेसन मे सुधार आने से हेल्थी रहेंगे। शरीर मे ज्यादा मात्र में आयरन डिपॉजिट होना हानिकारक है। इससे बोन मैरो सिस्टम प्रभावित होता है। ब्लड सेल्स नहीं बन पाती हैं। नई ब्लड सेल्स और ब्लड सेल्स का नहीं बनना नुकसानदायक है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल, हार्ट अटैक से बचाव और बोन मैरो ऐक्टिव रखने के लिए साल में एक बार ब्लड डोनेशन जरूर करें। (3 महीने मे एक बार भी किया जा सकता है।)
Sleep must be completed
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